भारत में हल्दी का उपयोग खान-पान व औषधि दोनों ही रूपों में प्राचीन काल से ही किया जाता रहा है | हल्दी के एंटीसेप्टिक गुणों से देश लबें समय से परिचित है |थाईलैंड में किये गये एक अध्धयन से संकेत मिले है की बाइपास सर्जरी करने वाले हृदय रोगियों के लिए हल्दी काफी लाभदायक साबित हो सकती है और उन्हें दिल के दौरों से बचा सकती है शोधकर्ता टीम के सदस्य का कहना हा की बाइपास सर्जरी के दौरान ब्लड सर्कुलेशन की कमी की वजह से हृदय की मसपेसिओं को नुकसान पहुचने की संभावना रहती है जिससे मरीज को दिल का दौरा भी पड़ सकता है | हल्दी में ऐसे तत्व पाये जाते हैं जो दिल के दौरे से मरीजों को बचा सकते हैं ।
यह शोध थाइलैंड के "चियांग माई यूनीवर्सिटी' में किया गया जिसमें बाइपास सर्जरी कराने वाले 121 लोगों ने भाग लिया । इनमें से आघे लोगों को दिन में चार बार एक ग्राम हल्दी से बने कैप्सुल दिए गए जबकि बाकी लोगों को दूसरे कैप्सुल दिए गए । बाद में देखा गया कि हल्दी के कैप्सुल लेने वाले मरीजों में दिल का दौरा पड़ने की आशंका 13 प्रतिशत थी, जबकि दूसरे केप्सुल लेने वालों में यह आशंका 30 प्रतिशत के लगभग पाई गई । यह शोध मरीजों के एक छोटे समूह पर किया गया और इस पर अभी और व्यापक शोध जारी हैं |
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