यह मामला सन 1907 से शुरू हुआ,जब अमेरिका के एक उद्यमी जॉन हर्ट्ज़ ने टैक्सी व्यवसाय की शुरुआत की | शिकागो शहर में उन्होंने जब ‘हर्ट्ज़ शिकागो येलो कैब कंपनी ‘ की स्थापना की तो पहले शिकागो विश्वविद्यालय से अपनी टैक्सी के लिए लोकप्रिय व् व्यावहारिक रंग के चुनाव का प्रस्ताव रखा |
विश्वविद्यालय ने उन्हें पीली रंग का सुझाव देने से पहले काफी विस्तृत सर्वेक्षण किये थे | आप जानते हैं की सबसे लम्बी तरंग लम्बाई में नारंगी-लाल के बाद पीले रंग का ही नंबर आता है जिस कारण इस रंग को हम दूर से देख व् पहचान लेते हैं | बस इतनी सी है दास्तां टैक्सी के पीले –रंग की , मगर इसमें विज्ञान समाया है |
इसी तरह की अन्य जानकारियों से जुड़े रहने के लिए अपना ईमेल आईडी रजिस्टर करें  और आप हमें Digital Gyan की फेसबुक पेज को भी लाइक कर सकते हैं |

Post a Comment

Previous Post Next Post