हम समझते हैं की बचत और निवेश एक ही बात है | यह जरुरी नहीदोनों आपके वित्तीय लक्ष्यों के लिए निर्णायक है | दोनों में आपको अपना पैसा अलग निकालकर रखना होता है पर उद्देश्य भिन्न होते है |


www.digitalgyan.net/

बचत उसे कहते है जिससे आप थोडा-थोडा पैसा जोड़कर बड़ा फंड बनाते है ताकि अल्पकालिक जरूरते पूरी की जा सके | जैसे हम बचपन में कौमिक बुक खरीदने के लिए पिगी बैंक में पैसा रखते थे | यह एकदम सही उदहारण है | यदि आपके ध्यान में आया हो तो हमने कभी उस पर कमाई जाने वाली ब्याज दर अथवा उस पैसे पर मिलने वाले रिटर्न पर गौर नहीं किया| कैश , सेविंग अकाउंट अथवा करंट अकाउंट में रखा पैसा बचत कहलाता है | दूसरी तरफ निवेश में किसी वित्तीय फायदे अथवा किसी निश्चित अवधी में पैसा बढने की उम्मीद से किसी निवेश-माध्यम में पैसा लगाने की वचनबध्दता होती है|  म्युचुअल फंड , शेयर और सोने में पैसा लगाना जहाँ रिटर्न निश्चित नहीं होता- निवेश कहलाता है |

बचत वर्तमान और निवेश भविष्य के लिए होता है | पहली बात तो अपनी उद्देश्य की पहचान है | आप अपने पैसे का निवेश या उसकी बचत क्यों करना चाहते हैं ? गौर करें की आपके लक्ष्य कैसे है- अल्पकालिक मध्यम अथवा दीर्घावधि है? अल्पावधि लक्ष्यों , आपातकालीन परिस्थितियों और आचानक आने वाले खर्च के लिए बचत करना बुद्धिमानी है , क्यूंकि तब यह पैसा तत्काल उपलब्ध रहता है इ| इससे छोटे लक्ष्य प्राप्त करना आसान हो जाता है | लेकिन , दीर्घावधि में अपने बदलती प्राथमिकताओं और मुद्रास्फीति को देखते हुए रिटायरमेंट अथवा बच्चे की शिक्षा जैसे लक्ष्यों के लिए बचत कम पड़ सकती है|

इसी तरह की अन्य जानकारियों से जुड़े रहने के लिए अपना ईमेल आईडी रजिस्टर करें  और आप हमें Digital Gyan की फेसबुक पेज को भी लाइक कर सकते हैं |

Post a Comment

Previous Post Next Post