सामान्य सापेक्षता (General Relativity) की अवधारणा विज्ञान के क्षेत्र में सबसे दिलचस्प विषयों में से एक है। क्या आप इन विचारों से अवगत है कि जब आप प्रकाश की गति के निकट होते हैं तो अजीब चीजें होती हैं। वस्तुओं की लंबाई में अजीब बदलाव होते हैं, और सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह है कि यहाँ समय का फैलाव time dilation की अवधारणा है | इस लेख के द्वारा यह आसानी से समझा जा सकता है की Time Dilation इंसानों की उम्र बढ़ने को कैसे प्रभावित करता है !

समय [What Is Time?]

हम समय का पता वस्तु के मूवमेंट से लगाते हैं। कोई वस्तु कितनी मूव हुई है उस आधार पर समय का पता चलता है जब कोई वस्तु एक जगह से दूसरी जगह मूव करती है तब पता चलता है की कितना समय हुआ है| वो वस्तु घडी की सुई हो सकती है, या  सूरज हो सकता है|  तो इस तरह मूवमेंट के आधार पर समय का अनुमान किया जाता है| घड़ी की सुई जब यहाँ से वहाँ जायेगी तब एक मिनट और जब सूरज निकलेगा तो एक दिन इसी प्रकार पृथ्वी को सूरज का  एक चक्कर पूरा करने में एक साल लगता है |  इस प्रकार वस्तुओं के मूवमेंट को समय का नाम  दिया गया है |  मनुष्यों ने समय की समकालीन अवधारणा का आविष्कार किया है।

How does Time Dilation Affect Aging? In Hindi.

समय का फैलाव उम्र बढ़ने को कैसे प्रभावित करता है ? [How does Time Dilation Affect Aging?]

ब्रह्माण्ड में हर चीजें मूव करती है और हर वस्तु के लिए समय की परिभाषा दुनिया के भिन्न भिन्न जीवो के अलग अलग हो सकती है एक मक्खी का समय हमारे गति के तुलना में अधिक होती है, इसलिए हमारे द्वारा व्यतीत किया गया एक घंटा मक्खी को एक साल जितना लग सकता है| हमारे एक घंटे में वो जीवन के एक बड़े हिस्से को जी सकता है और फ़ास्ट मूवमेंट के कारण  एक मक्खी का जीवन कुछ ही दिनों का होता है इसलिए मक्खिओं को  ऐसा प्रतीत होगा की समय बहुत ही धीमी रफ़्तार से चल रही है| वहीँ एक कछुए की मूवमेंट इंसानों की तुलना बहुत धीमी होती है इसलिए वो 200 से तिन सो साल जीवित रहती है| इस तरह सभी जीवोँ  की अंदरुनी फिजिकल और न्यूरोलॉजिकल मुवमेंट के आधार पर उनका जीवन काल होता है|  समय हर ऑब्जेक्ट की उसकी खुद की मुवमेंट पर आधारित है।

समय फैलाव [What is Time Dilation ?] :- वह घटना जिसमे एक आब्जर्वर का समय धीमी गति से गुजर रहा होता है,वहीँ दूसरी तरफ की आब्जर्वर के सापेक्ष समय आगे बढ़ रहा होता है। आसन भाषा में किसी दों घड़ियों के अंदर बीते हुए समय की अंतर को ही टाइम डाइलेशन कहते हैं||

सर आइंस्टीन  के थेओरी ऑफ़ रिलेटिविटी [Albert Einstein's theory of relativity] :- अल्बर्ट आइंस्टीन की थ्योरी कहती है की समय सापेछ  है वो स्लो या फ़ास्ट हो सकता है,  हम स्पेस में जितनी ही स्पीड से यात्रा करेंगे हमारे लिए समय उतनी ही धीमी गति से चलेगी| प्रकाश की गति 99.99% के हिसाब से चलने वाले स्पेस क्राफ्ट में मौजूद घडी को पृथ्वी के घडी से तुलना करने पर पता चलता है की स्पेस में चल रही स्पेस क्राफ्ट की  घडी बहुत ही धीमी रफ़्तार से चल रही है और कोई इंसान प्रकाश की गति से चलने वाले स्पेस क्रफ्ट में करीब डेढ़ साल तक यात्रा करने पर पृथ्वी पर जब वो वापस आएगा तो पुरे 100 साल बित चुके होंगे यानि वो जिस इंसानो को छोड़ कर गया था वो अब इस दुनिया में नही होंगे | और वो अब चौथी या पांचवी पीढ़ी को देख रहा होगा और ये होता है Time Dilation के कारण |



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