प्रतिदिन हम बादलों को देखते है और यह भी देखते है की कभी-कभी बादलों की बनावट अलग-अलग होतें है क्या आपको पता है की बादलों की अलग-अलग बनावट के भी नाम होते है |जब वायुमंडल की हवा रूद्राष्म प्रक्रिया द्वारा ठंडी होती हैं तो उसका तापमान ओसांक से नीचे गिर जाता हैं। तब बादल का निर्माण होता हैं। बादल का घनत्व कम होता हैं इसीलिए ये वायुमंडल में तैरते हैं।
##Everything you Need to Know
पक्षाभ बादल (Cirrus)
कपासी बादल (Cumulus)
ये कपास के ढेर की तरह दिखने के कारण इन्हें कपासी बादल कहा जाता है | इनका रंग सफेद तथा हल्का ग्रे होता है | ये महज 1000 मीटर की ऊंचाई पर भी पाए जाते है | इनका निचला भाग समतल होता है तथा ये हमेशा उपर की ओर बढ़ते है | बारिश के बाद इनका दिखना मौसम साफ़ होने का सूचक देता है |
कपासी वर्षा बादल (Cumulonimbus)
इन्हें क्युमुलोनिम्बस भी कहा जाता है जिसका लैटिन में अर्थ है - पानी से भरा हुआ बादल आकाशीय बवंडर , झाझंवत और मुसलाधार बारिश लेकर आते है |
स्तरीय बादल (Stratus)
पतली परत के ये बादल आकाश के बड़े क्षेत्र में फैले होते है , इन्हें स्ट्रेटस कहा जाता है यानि फैला हुआ | जब वर्षा करते है तो निंबोस्ट्रेटस कहा जाता है धरती के करीब ये कोहरे जैसे दिखते है |
पक्षाभ कपासी बादल (Cirrocumulus)
इन्हें सिरोक्यूमुलस कहा जाता है | ये छोटे तथा गोल आकर के बादल होते है जो एक पंक्ति में बहते हुए दिखाई देते है | इनकी ऊंचाई करीब 5000 मी तक होती है | ये अमूमन सफ़ेद होते है पर कभी - कभी ग्रे रंग लिए भी दिखाई देते है | ये शीत ऋतू में सामान्यता दिखाई देते है |
पक्षाभ स्तरीय (Cirrostratus)
इन्हें सिरोस्ट्रेटस कहा जाता है | ये पतले तथा समरूप बादल होते हैं | ये सूर्य तथा चन्द्रमा के चरों ओर प्रभामंडल बनाते है तथा चक्रवातों की भी सूचना देते है | ये सामान्यता 18000 हजार फिट यानी करीब साढ़े पांच हजार मीटर की ऊँची पर होते है | ये आपेक्षा कृत पारदर्शी होते है और इनके आर - पार सूर्य तथा चाँद को आसानी से देखा जा सकता है |
Types of Clouds and Their Meaning In Hindi
ये बादल सामान्यत: 600 मीटर की ऊँचाई पर पाए जाते है | ये अक्सर छितराए रेशम की तरह दिखाई देते है | जब ये बादल अलग-अलग छितराए रूप में होते है तो उसका अर्थ है की मौसम साफ़ है | वहीँ इनका संगठित होकर विस्तृत रूप में फ़ैल जाना ख़राब मौसम का सूचक होता है |कपासी बादल (Cumulus)
ये कपास के ढेर की तरह दिखने के कारण इन्हें कपासी बादल कहा जाता है | इनका रंग सफेद तथा हल्का ग्रे होता है | ये महज 1000 मीटर की ऊंचाई पर भी पाए जाते है | इनका निचला भाग समतल होता है तथा ये हमेशा उपर की ओर बढ़ते है | बारिश के बाद इनका दिखना मौसम साफ़ होने का सूचक देता है |
कपासी वर्षा बादल (Cumulonimbus)
इन्हें क्युमुलोनिम्बस भी कहा जाता है जिसका लैटिन में अर्थ है - पानी से भरा हुआ बादल आकाशीय बवंडर , झाझंवत और मुसलाधार बारिश लेकर आते है |
स्तरीय बादल (Stratus)
पतली परत के ये बादल आकाश के बड़े क्षेत्र में फैले होते है , इन्हें स्ट्रेटस कहा जाता है यानि फैला हुआ | जब वर्षा करते है तो निंबोस्ट्रेटस कहा जाता है धरती के करीब ये कोहरे जैसे दिखते है |
पक्षाभ कपासी बादल (Cirrocumulus)
पक्षाभ स्तरीय (Cirrostratus)
इन्हें सिरोस्ट्रेटस कहा जाता है | ये पतले तथा समरूप बादल होते हैं | ये सूर्य तथा चन्द्रमा के चरों ओर प्रभामंडल बनाते है तथा चक्रवातों की भी सूचना देते है | ये सामान्यता 18000 हजार फिट यानी करीब साढ़े पांच हजार मीटर की ऊँची पर होते है | ये आपेक्षा कृत पारदर्शी होते है और इनके आर - पार सूर्य तथा चाँद को आसानी से देखा जा सकता है |
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